रिटायर्ड जज ने मांगी सुरक्षा, सुप्रीमकोर्ट ने किया इंकार
दिल्ली। बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में सभी 32 आरोपियों को बरी करने वाले सीबीआई के रिटायर्ड जज को अब जान का खतरा सताने लगा है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा करने से इंकार कर दिया। अपनी रिटायरमेंट के दिन सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले का फैसला सुनाते हुए पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, उमा भारती व मुरली मनोहर जोशी समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया था। उन्होंने फैसले में कहा था कि ये घटना पूर्व नियोजित नहीं थी।
न्यायाधीश एसके यादव 2019 में रिटायर्ड होने वाले थे। लेकिन, उन्हें शीर्ष अदालत ने दशकों पुराने बाबरी मस्जिद केस की सुनवाई के लिए एक साल का एक्सटेंशन दिया था। इसके अलावा उनका तबादला भी रद्द कर दिया गया था। वे 2005 से इस केस से जुड़े थे। 30 सितंबर 2020 को फैसला सुनाने के बाद वे रिटायर हो गए थे।